बैकिंग और ऑटो सेक्टर में देखने को मिल सकता है टर्नअराउंड, इन शेयरों पर रखें नजर
शेयर बाजार के लिए सिंतबर का महीना बेहद शानदार रहा है. निफ्टी में अबतक 4 फीसदी से ज्यादा तेजी आई है. इस दौरान दुनियाभर के बाजारों में तेजी देखने को मिली है, लेकिन पियर्स की तुलना में घरेलू बाजार का प्रदर्शन बेहतर रहा है.
बाजार की इस तेजी में कुछ चुनिंदा बड़े सेक्टर का योगदान ज्यादा रहा है तो कुछ सेक्टर अभी भी अंडरपरफॉर्मर हैं. (image: pixabay)
बाजार की इस तेजी में कुछ चुनिंदा बड़े सेक्टर का योगदान ज्यादा रहा है तो कुछ सेक्टर अभी भी अंडरपरफॉर्मर हैं. (image: pixabay)
D-Street Voice: शेयर बाजार के लिए सिंतबर का महीना बेहद शानदार रहा है. निफ्टी में अबतक 4 फीसदी से ज्यादा तेजी आई है. इस दौरान दुनियाभर के बाजारों में तेजी देखने को मिली है, लेकिन पियर्स की तुलना में घरेलू बाजार का प्रदर्शन बेहतर रहा है. निफ्टी 18000 के करीब पहुंचकर कुछ नीचे आया है तो सेंसेक्स भी 60 हजार का स्तर छूने के बाद कुछ नीचे ट्रेड कर रहा है. बाजार की इस तेजी में कुछ चुनिंदा बड़े सेक्टर का योगदान ज्यादा रहा है तो कुछ सेक्टर अभी भी अंडरपरफॉर्मर हैं. ऐसे में आगे क्या भारतीय बाजार निवेश के लिए आकर्षक हैं, आगे किन सेक्टर्स में टर्न अराउंड देखने को मिल सकता है, क्या मिडकैप में अभी भी मौके हें. इन सभी मुद्दों पर जी बिजनेस के क्ष्रितिज आनंद ने मोतीलाल ओसवाल के रिसर्च हेड— रिटेल सिद्दार्थ खेमका से बात चीत की है.
Q) सितंबर में शेयर बाजार में शानदार तेजी देखने को मिली है. निफ्टी 18000 के करीब है और सेंसेक्स भी 60 हजार का स्तर देख चुका है. अब आगे बाजार की चाल कैसी दिख रही है?
A) Nifty50 सितंबर में 4 फीसदी बढ़ चुका है. पॉजिटिव ग्लोबल संकेतों, इंस्टीट्यूशन इन्वेस्टर्स द्वारा भारी निवेश, बेहतर कॉरपोरेट अर्निंग, कोविड 19 के मामलों में कमी और लो कास्ट आफ कैपिटल के चलते बाजार में तेजी आई है. हालांकि इस बीच कमोडिटी की कीमतों में बढ़ोतरी, महंगाई और ब्याज दरों में बढ़ोतरी की आशंका रिस्क फैक्टर भी रहे हैं. आगे बेहतर कॉरपोरेट अर्निंग की उम्मीद है, जिससे अर्थव्यवस्था को सपोर्ट मिलेगा. देश में वैक्सीनेशन में लगातार तेजी आई है, हर सेक्टर में डिमांड नॉर्मल हो रही है. अभी हम इकोनॉमिक ग्रोथ अपसाइकिल के पहले फेज में हैं औ उम्मीद है कि यह 2 से 3 साल जारी रहने वाला है.
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Q) टेलिकॉम सेक्टर हाल ही में लाइमलाइट में रहा है. इस पर आपका क्या नजरिया है, निवेशकों को क्या करना चाहिए?
A) सरकार ने टेलिकॉम सेक्टर के लिए राहत पैकेज का ऐलान किया है. नियर टर्म लिक्विडिटी को लेकर राहत दी है. यह वोडाफोन आइडिया के लिए बड़ी राहत है और इससे टेलिकॉम सेक्टर को लेकर कई इश्यू सॉल्व होंगे. Bharti Airtel और RJio को भी इससे लाभ होगा. दोनों के पास मार्केट शेयर बढ़ाने के मौके हैं, वहीं टैरिफ हाइक भी देखने को मिल सकती है. अगले 2-3 साल में हायर कैपेक्स इंटेंसिटी का कोई महत्वपूर्ण जोखिम नहीं दिख रहा है क्योंकि 5G में अभी भी कुछ समय है और 4G निवेश पीक पर है.
Q) 2021 में ज्यादातर ग्लोबल मार्केट ने बेहतर प्रदर्शन किया है. ग्लोबल पियर्स की तुलना में आन भारतीय बाजार को कहां देखते हैं? क्या घरेलू बाजार अभी विदेशी निवेशकों को आकर्षित कर सकेगा?
A) ब्राजील और कोरिया को छोड़कर अगस्त में सभी ग्लोबल मार्केट का प्रदर्शन बेहतर रहा है. India (+9%), China (+4%), Japan (+3%), the US (+3%), Russia (+3%), MSCI EM (+2%), Taiwan (+1%), Indonesia (+1%), और UK (+1%) में ग्रोथ रही है. पिछले 12 महीनों में MSCI India (+51%) ने आउटपरफॉर्म किया है.
वर्ल्ड मार्केट कैप में भारत का शेयर अभी 2.8 फीसदी है जो हिस्टोरिकल एवरेज 2.4 फीसदी से ज्यादा है. पिछले 12 महीनों में ग्लोबल मार्केट कैप 31 फीसदी (USD28.3t) बढ़ा है, जबकि भारतीय बाजार का मार्केट कैप 63 फीसदी बढ़ा है.
भारत की रियल GDP सालाना आधार पर 20.1 फीसदी के हिसाब से बढ़ी है. IMF का अनुमान है कि 2021 में भारत की GDP ग्रोथ 9.5 फीसदी और 2022 में 8.5 फीसदी रह सकती है. जबकि 2021 में ग्लोबल इकोनॉमी के 6 फीसदी और 2022 में 4.9 फीसदी के दर से बढ़ने का अनुमान है. ऐसे में ग्लोबल इन्वेस्टर्स का भारतीय बाजारों के प्रति आकर्षण रहेगा.
Q) ऑटो सेक्टर में PLI स्कीम उन कंपनियों को ज्यादा फेवर करेगी, जिनका फोकस इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर है. क्या यह ऑटो स्टॉक्स में पैसा लगाने का सही समय है. कोई शेयर जिसे ज्यादा फायदा हो सकता है?
A) ऑटो PLI स्कीम के जरिए सरकार का फोकस क्लीन एनर्जी व्हीकल्स पर है. इसके जरिए सरकार क्लीन एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए ऑटो मेकर्स को इंसेंटिव देगी. यह स्कीम एडवांस टेक्नोलॉजी के लोकलाइजेशन पर फोकस है. क्लीयर विनर्स का अंदाजा लगाना मुश्किल है, लेकिन OEM यूनिवर्स में Bajaj Auto और TVS को उनके ई स्कूटर की वजह से फायदा मिलेगा. वहीं Tata Motors को इलेक्ट्रिक प्राइवेट व्हीकल बनाने का फायदा मिलेगा. Bosch को ईवी कंपोनेंट बनाने का फायदा होगा.
Q) FY22 में किस सेक्टर में टर्नअराउंड देखने को मिल सकता है?
A) बाजार का प्रदर्शन कुछ चुनिंदा बड़े सेक्टर द्वारा संचालित किया गया है, जिन्होंने अब तक अच्छा प्रदर्शन किया है. हालांकि, अब प्रीमियम और वैल्युएशन लेवल पर कुछ अन्य अंडरवैल्यूड सेक्टर के लिए स्कोप बना है. बैंकिंग और आटो ऐसे 2 सेक्टर हैं, जो अब तक अंडरपरफॉर्मर रहे हैं. लेकिन अब इनमें आगे तेज रिकवरी देखने को मिल सकती है. ICICI Bank, SBI, Axis bank, Federal Bank, Maruti Suzuki, M&M, Bharat Forge और Tata Motors में अच्छी तेजी आ सकती है.
Q) स्मालकैप और मिडकैप पर आपकी क्या राय है?
A) मिडकैप और स्मालकैप में बड़ी रैली के बाद वैल्युएशन हाई दिख रहा है. अगर लॉस मेकिंग कंपनियों को हटा दें तो Nifty Midcap/Nifty Smallcap इंडेक्स 21x/23x FY21 अर्निंग्स के ट्रेलिंग P/E पर ट्रेड कर रहे हैं. इसलिए करंट वैल्युएशन रिस्क रिवॉर्ड के लिहाज से आकर्षक नहीं है. लेकिन आगे अर्थव्यवस्था में तेजी के संकेत हैं, इनमें कुछ बॉटम-अप मौके हैं.
(Disclaimer: The views/suggestions/advices expressed here in this article are solely by investment experts. Zee Business suggests its readers to consult with their investment advisers before making any financial decision.)
08:52 AM IST